राजस्थान का सागवान रोहिडा
रोहिड़ा या टेकोमेला अंडू लाटा (इसका वनस्पति नाम TECOMELLA UNDULATA) है। राजस्थान का राजकीय पुष्प (1983 में घोषित) यह मुख्य राजस्थान के थार मरुस्थल और पाकिस्तान में पाया जाता है। राजस्थान के रेस्तरां में रोहिड़ा के पेड़ खुशहाली का संदेश देते हैं। इसकी खुशबू दूर-दूर तक महकती है। राजस्थान में इस पेड़ पर फूलों का खिलना, समृद्धि का सूचक है
रोहिड़ा के संबंध में मुख्य बिंदु:-
@मारवाड़ का सागौन के नाम से जाना जाता है।
@यह हल्की या कम बरसात में साल भर हरा भरा रहता है।
@यह वृक्षावली कठोर श्रेणी का है।
@रोहिडा के पत्ते, फूल और फलियां घुंघराले भेड़ बकरी बड़े चाव से मिलते हैं।
@रोहिड़ा के फूल जनवरी से अप्रैल महीने में खिलते हैं।
@रोहिड़ा के फूल पीले सुनहरे रंग के होते हैं
@रोहिड़ा का पेड़ राजस्थान के शेखावाटी और मारवाड़ी क्षेत्र में इमारती लकड़ी का मुख्य स्रोत है।
@यह टी मार्क के नाम से भी जाना जाता है।
@ये मारमार का सागवान के नाम से जाना जाता है।
@साहित्य में मरुशोभा की डिग्री वाले इस वृक्ष की लकड़ी का फर्नीचर काफी मजबूत और टिकाऊ होता है इसलिए इसे देसी सागवान भी कहा जाता है।
@वर्तमान में रोहिड़ा की अंधाधुंध कटाई से अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है, राज्य सरकार को इसकी सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए।@@@@@@





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